Shree Ashwattha Maruti Pujan Photos

Every Saturday of Holy Shravan we celebrate Shree Ashwattha Maruti Pujan at Gurukul, Juinagar.
Every Hanuman Bhakta can participate in this event. 
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Abhishekh on Maruti Idol

सुन्दरकाण्ड पठन उत्सव व्हिडिओ

"रामचरितमानस" इस महाकाव्य का पंचम सोपान "सुन्दरकाण्ड" है। महर्षी वाल्मिकी रचित इस सुन्दरकाण्ड में रामदूत, पवनपुत्र हनुमान का वर्णन किया गया है। सुंदरकाण्ड का पाठ सभी मनोकामनाऒं को पूर्ण करने वाला माना गया है। इस सुन्दरकाण्ड का सात दिन अविरत पाठ श्री हरिगुरुग्राम, न्यू इंग्लिश स्कूल, बांद्रा (पूर्व) यहा पर सद्‌गुरु श्री अनिरुद्ध बापू इनके मार्गदर्शनसे किया गया। इस पाठ का संपूर्ण व्हीडॊओ यहा देखिए।




सुन्दरकाण्ड पाठ उत्सव फोटोज

संतश्रेष्ठ श्री तुलसीदास जी विरचित ‘श्रीरामचरितमानस’ यह ग्रंथ भारत भर के श्रद्धावान-जगत् में बड़ी श्रद्धा के साथ पढ़ा जाता है। इस ग्रन्थ के ‘सुंदरकांड’ का श्रद्धावानों के जीवन में बहुत ही महत्त्वपूर्ण स्थान है। सद्गुरु श्री अनिरुद्ध जी को भी ‘सुंदरकांड’ अत्यधिक प्रिय है।  सद्गुरु श्रीअनिरुद्ध बापु के मार्गदर्शन के अनुसार श्रीहरिगुरुग्राम, न्यू इंग्लिश स्कूल, बांद्रा (पूर्व) यहाँ पर 17 मई से 21 मई 2016 तक सुंदरकांड पाठ कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।

सुंदरकाण्ड उत्सव
सुंदरकाण्ड उत्सव की विशिष्ट सजावट

सुंदरकांड पठन उत्सव

 सुंदरकांड पठन उत्सव
 सुंदरकांड पठन उत्सव

सभी श्रद्धावान जिसकी अत्यधिक प्रतीक्षा कर रहे थे, उस ‘ सुंदरकांड पठन उत्सव ’ की, मंगलवार १७ मई २०१६ से शुरुआत हुई। 


हनुमानजी तो पहले से ही सभी श्रद्धावानों के लाड़ले देवता हैं; ऊपर से ‘सुंदरकांड’ जैसे, ‘तुलसीरामायण’ के बहुत ही मधुर भाग का पठन, इस तरह यह मानो ‘सोने पे सुहागा’ ही रहनेवाला कार्यक्रम होने के कारण, सुबह से ही श्रद्धावान बड़ी संख्या में पठन में सम्मिलित होने के लिए आ रहे हैं और भक्तिमयी वातावरण में हर्षोल्लास के साथ पठन शुरू है। इस कार्यक्रम के उपलक्ष्य में मुख्य मंच पर की हुई सजावट बहुत ही नयनरम्य होकर, उसमें रामपंचायतन की मूर्तियाँ एवं हनुमानजी की तसवीर श्रद्धावानों का ध्यान आकर्षित कर रही हैं। 

इस परमपवित्र पठन के लिए २७ प्रशिक्षित पुरोहितों के वृंद को आमंत्रित किया गया होकर, वे अत्यधिक प्रेम के साथ और अलग अलग मधुर धुनों में यह पठन अथक रूप में कर रहे हैं। इस कार्यक्रम के लिए केवल महाराष्ट्र से ही नहीं, बल्कि भारत के अन्य प्रदेशों से भी श्रद्धावान पधार रहे हैं। उनमें से कई जन तो पाँचों दिन इस उत्सव में सम्मिल्लित होने के लिए, ५ दिन की छुट्टी लेकर आये हैं। 

इस ‘सुंदरकांड पठन उत्सव’ में पठन करनेवालें श्रद्धावानों के भावविश्‍व में, यह समारोह यक़ीनन ही, सदा के लिए एक चिरंतन मधुर स्मृति बनकर रहेगा!